Deoband: बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के बयान पर उलमा नाराज..कहा देश को तोड़ने की नहीं जोड़ने की बात करें शास्त्री जी: उलमा

जमीयत दावतुल मुसलीमीन के संरक्षक व प्रसिद्ध आलिम मौलाना कारी इस्हाक गोरा ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री एक धर्म गुरु है और धर्म गुरु की पहचान जोड़ने की होती है, तोड़ने की नहीं। इसलिए उनके मुंह से इस तरह के शब्द शोभा नहीं देते।

Nov 4, 2024 - 20:54
 0  31
Deoband: बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के बयान पर उलमा नाराज..कहा देश को तोड़ने की नहीं जोड़ने की बात करें शास्त्री जी: उलमा

Deoband News INA.

बागेश्वर धाम के पंडित धीरेद्र शास्त्री के बटेंगे तो कटेंगे के नारे पर दी गई प्रतिक्रिया पर उलमा ने सख्त नाराजगी का इजहार किया है। उलमा का कहना है कि धीरेंद्र शास्त्री युवा हैं और देश का भविष्य हैं। इसलिए उन्हें तोड़ने की नहीं बल्कि जोड़ने की बात करनी चाहिए। जमीयत दावतुल मुसलीमीन के संरक्षक व प्रसिद्ध आलिम मौलाना कारी इस्हाक गोरा ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री एक धर्म गुरु है और धर्म गुरु की पहचान जोड़ने की होती है, तोड़ने की नहीं। इसलिए उनके मुंह से इस तरह के शब्द शोभा नहीं देते। उन्होंने कहा कि जब जब मुल्क के अंदर तोड़ने की बात हुई है, तब तब मुल्क कमजोर हुआ है।

Also Read: UK Accident: बस दुर्घटना 36 की मृत्यु अत्यंत हृदयविदारक: यशपाल आर्य

इसलिए धीरेंद्र शास्त्री को इस तरह के बयानों से परहेज करना चाहिए। तंजीम अबना-ए-दारुल उलूम के अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती याद इलाही कासमी ने कहा कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री हमेशा से मोहब्बत की बात करने वाले हैं, उनके शब्दों में यह बदलाव क्यों आया यह समझ से परे है। उन्हें इस तरह की बातें करके मुल्क में नफरत का माहौल नहीं बनाना चाहिए। बल्कि मोहब्बत का पैगाम देना चाहिए। मौलाना मुफ्ती असद कासमी ने कहा कि धीरेद्र शास्त्री धर्मगुरु हैं, उनके करोड़ों मानने वाले हैं। इसलिए उन्हें नफरत और बांटने का संदेश नहीं देना चाहिए। आज मुल्क को जोड़ने वालों की जरुरत है। तोड़ने वालों की नहीं। सभी को चाहिए कि वह मुल्क में हिंदू मुस्लिम एकता को मजबूत करने का काम करें।


यह है धीरेंद्र शास्त्री का बयान
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने बटोगे तो कटोगे नारे पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि पूरे भारत के हिंदुओं को एक करना है। अगर आप बंटोगे तो बिल्कुल कटोगे. अगर हिंदू एक साथ रहेंगे तो उनकी नानी याद आ जाएगी. वे लोग गजवा-ए-हिन्द मांग रहे थे, हमने भगवा ए हिन्द मांग लिया तो उन्हें दिकत हो गई। पूरे देश के हिंदुओं को एक करने के लिए हम 21 नवंबर से यात्रा पर निकल रहे हैं।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow