पूनम पंडित का बयान: 'हमारी शादी रुकेगी नहीं, पैरोल पर आकर भी करेंगे', सपा-कांग्रेस सगाई विवाद में नया मोड़।
उत्तर प्रदेश का मेरठ शहर राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र रहा है, जहां सपा और कांग्रेस जैसे दल मजबूत पकड़ रखते हैं। लेकिन रविवार को यहां एक सगाई की खबर ने राजनीतिक हलचल
उत्तर प्रदेश का मेरठ शहर राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र रहा है, जहां सपा और कांग्रेस जैसे दल मजबूत पकड़ रखते हैं। लेकिन रविवार को यहां एक सगाई की खबर ने राजनीतिक हलचल मचा दी। कांग्रेस की युवा नेत्री पूनम पंडित ने पूर्व सपा नेता दीपक गिरी से सगाई की, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। लेकिन अगले ही दिन एक महिला के आरोपों ने पूरे मामले को विवादास्पद बना दिया। महिला ने दीपक पर शादी का झांसा देकर चार साल तक शोषण करने का आरोप लगाया। इस हंगामे के बाद दीपक को सपा ने युवजन सभा के जिलाध्यक्ष पद से हटा दिया। लेकिन पूनम ने हार नहीं मानी। उन्होंने कहा कि हमारी शादी रुकेगी नहीं, भले पैरोल पर आकर हमें शादी करनी पड़े। यह बयान न सिर्फ उनके हौसले को दिखाता है, बल्कि राजनीतिक दलों के बीच रिश्तों की जटिलताओं को भी उजागर करता है।
सगाई 15 अक्टूबर 2025 को मवाना में दीपक गिरी के घर हुई। पूनम पंडित, जो बुलंदशहर के इस्माइलपुर गांव की रहने वाली हैं, दिल्ली के किसान आंदोलन में अपने बेबाक बयानों से सुर्खियों में आईं। 2022 में उन्होंने स्याना विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। पूनम एक गोल्ड मेडलिस्ट शूटर भी हैं, जिन्होंने रूरल यूथ गेम्स में 10 मीटर एयर पिस्टल में स्वर्ण पदक जीता। उनके पिता विनोद पंडित का देहांत हो चुका है, जबकि बहन संध्या शादीशुदा हैं और भाई पिंटू मेरठ में प्राइवेट जॉब करते हैं। पूनम सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं और अक्सर सामाजिक मुद्दों पर बोलती हैं। दूसरी ओर, दीपक गिरी मेरठ के सपा युवजन सभा के जिलाध्यक्ष थे। वे स्थानीय स्तर पर सक्रिय थे और युवाओं को संगठित करने का काम करते थे। दोनों की मुलाकात राजनीतिक कार्यक्रमों के दौरान हुई। पूनम ने इंस्टाग्राम पर सगाई की तस्वीरें शेयर कीं, जिसमें लिखा था कि इस दिन का इंतजार सबको था। हम जल्द शादी कर रहे हैं। तस्वीरों में दोनों खुश नजर आ रहे थे, परिवार वाले भी मौजूद थे।
लेकिन सगाई के ठीक अगले दिन, 16 अक्टूबर को मवाना में दीपक के घर पर हंगामा मच गया। दुर्गेश नंदिनी नाम की एक शादीशुदा महिला, जो दो बच्चों की मां है, वहां पहुंची। उसके साथ कुछ लोग थे। दुर्गेश ने चीखते हुए कहा कि दीपक ने मुझे शादी का वादा किया था। चार साल से हम साथ रह रहे थे। लेकिन अब उसने मुझे धोखा दिया। इस हंगामे का वीडियो किसी ने बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जो तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में दुर्गेश रोते हुए दीपक पर ब्लैकमेलिंग और शोषण के आरोप लगा रही है। उसने कहा कि दीपक ने अश्लील वीडियो बनाकर मुझे 50 लाख रुपये से ज्यादा वसूले। जब मैं विरोध करने गई, तो उसके भाइयों और पिता ने मुझे बंधक बनाकर पीटा। दुर्गेश ने पूनम पर भी आरोप लगाया कि सगाई से पहले पूनम को सब पता था, फिर भी उन्होंने धोखा दिया। दुर्गेश का कहना था कि दीपक ने उसके तलाक के लिए केस फाइल किया था, लेकिन शादी के बाद मुझे भी साथ रखने का एग्रीमेंट किया। यह सब सुनकर पूनम स्तब्ध रह गईं।
दीपक गिरी ने तुरंत सफाई दी। उन्होंने एक वीडियो जारी किया, जिसमें कहा कि यह सब मेरे खिलाफ साजिश है। दुर्गेश और उसके पति का आपसी विवाद था। वे मेरे पास आए थे, मैंने उनकी मध्यस्थता की। लेकिन अब वे झूठे आरोप लगा रहे हैं। दीपक ने कहा कि दुर्गेश शादीशुदा है, उसके दो बच्चे हैं। मेरे साथ कोई अवैध संबंध नहीं था। यह विरोधियों की चाल है। लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद सपा ने सख्त कार्रवाई की। पार्टी ने दीपक को युवजन सभा के जिलाध्यक्ष पद से हटा दिया। सपा के एक प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी नैतिकता का पालन करती है। आरोपों की जांच होगी। अगर दोषी पाए गए, तो आगे की कार्रवाई होगी। दीपक अब पूर्व सपा नेता हैं। इस घटना ने सपा-कांग्रेस के बीच भी तनाव पैदा कर दिया। कांग्रेस ने कहा कि यह व्यक्तिगत मामला है, लेकिन पूनम पर कोई दबाव नहीं डालेंगे।
विवाद बढ़ने के बाद दुर्गेश ने औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। 25 अक्टूबर को भावनपुर थाने में 13 धाराओं के तहत केस दर्ज हुआ। इसमें ब्लैकमेलिंग, यौन शोषण, मारपीट और धोखाधड़ी शामिल हैं। दुर्गेश ने दीपक के दो भाइयों और पिता को भी आरोपी बनाया। पीड़िता ने बताया कि चार साल पहले दीपक से दोस्ती हुई। उन्होंने शादी का वादा किया और साथ रहने लगे। लेकिन बाद में अश्लील सामग्री बनाकर ब्लैकमेल किया। 40 लाख रुपये वसूले। सगाई के बाद जब वह विरोध करने गई, तो बंधक बनाकर पीटा। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। दीपक को समन जारी हुआ है। वे फरार बताए जा रहे हैं। पूनम ने भी पुलिस में शिकायत की कि उन्हें धमकियां मिल रही हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि डरेंगी नहीं।
पूनम पंडित ने 27 अक्टूबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि हमारी शादी नहीं रुकेगी, भले पैरोल पर आकर हमें शादी करनी पड़े। पूनम ने दुर्गेश के आरोपों को राजनीतिक साजिश बताया। उन्होंने कहा कि दीपक निर्दोष हैं। दुर्गेश का विवाह हो चुका है, उसके पति से विवाद है। वे दीपक को फंसाना चाहती हैं। पूनम ने कहा कि सगाई के समय सब कुछ साफ था। हम दोनों एक-दूसरे को जानते थे। यह मेरी जिंदगी का फैसला है। परिवार का समर्थन है। पूनम ने भावुक होते हुए कहा कि किसान आंदोलन में मैंने कितने संघर्ष किए। यह छोटा विवाद मुझे नहीं तोड़ेगा। हम कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। शादी तय है, तारीख तय करेंगे। यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। फैंस ने पूनम की हिम्मत की सराहना की।
यह विवाद राजनीतिक दलों के बीच रिश्तों को प्रभावित कर रहा है। सपा और कांग्रेस उत्तर प्रदेश में विपक्षी गठबंधन का हिस्सा हैं। लेकिन यह घटना गठबंधन की छवि खराब कर रही है। सपा नेता ने कहा कि यह व्यक्तिगत मामला है, पार्टी इससे अलग है। कांग्रेस ने पूनम का बचाव किया। पार्टी के एक नेता ने कहा कि पूनम युवा और साहसी हैं। आरोपों की जांच हो। लेकिन पार्टी उन्हें समर्थन देगी। मेरठ में स्थानीय स्तर पर बहस छिड़ गई। कुछ लोग पूनम को सही ठहरा रहे, तो कुछ दुर्गेश के पक्ष में। सोशल मीडिया पर #PoonamDeepakSaga ट्रेंड कर रहा है। एक यूजर ने लिखा कि राजनीति में प्यार मुश्किल है। दूसरा बोला कि सच्चाई सामने आएगी।
पूनम का सफर प्रेरणादायक है। वे किसान परिवार से हैं। दिल्ली में पढ़ाई की। शूटिंग में रुचि ली। राजनीति में 2020 से सक्रिय। किसान आंदोलन में भाषणों से नाम कमाया। 2022 चुनाव में हार मिली, लेकिन लोकप्रियता बढ़ी। दीपक भी युवा नेता थे। लेकिन अब उनका राजनीतिक करियर खतरे में है। दुर्गेश ने कहा कि न्याय मिलेगा। पुलिस जांच में वीडियो और मैसेज महत्वपूर्ण होंगे। अगर आरोप साबित हुए, तो दीपक को सजा हो सकती है। पूनम ने कहा कि वे कोर्ट जाएंगी। शादी का फैसला नहीं बदलेंगी।
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